अभिभावकों के सुझावों से निखरेगा शिक्षा का स्वरूप
लाडनूँ, 14 फरवरी 2020। जैन विश्वभारती संस्थान के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में शुक्रवार को आयोजित अभिभावक-शिक्षक बैठक की अध्यक्षता करते हुये प्राचार्य प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि अभिभावकों द्वारा दिये जाने वाले सुझाव व उठाये जाने वाले सवाल बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। वे उन्हें विद्यार्थी एवं स्वयं के अनुभवों के आधार पर रखते हैं, उनका समाधान किया जाने से निश्चित रूप से महाविद्यालय का स्वरूप निखरेगा और यहां की शिक्षण व्यवस्था तुलनात्मक रूप से अन्य महाविद्यालयों से अधिक गुणवतापूर्ण बन पाती है। उन्होंने महाविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताते हुये संचालित विभिन्न क्लबों के माध्यम से छात्राओं की रूचि के अनुरूप उनके कौशल का विकास किये जाने, उनमें वक्तृत्व कला, नृत्य कला, गायन कला, चित्रकला, योग आदि के गुणों का विकास शिक्षण के साथ सहज भी संभव हो पाता है। बैठक में छात्रा दक्षता कोठारी, सुरभि नाहटा व माधुरी सोनी ने महाविद्यालय की विशेषताओं के बारे में बताया। कार्यक्रम के शुरू में कुसुम नाई व समूह ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। अभिभावकों व अध्यापकों का परस्पर परिचय करवाया गया। अंत में अभिभावकों की जिज्ञासाओं एवं सवालों के जवाब दिये गये। व्याख्याता कमल कुमार मोदी, अभिषेक चारण व राजश्री शर्मा ने सभीकी शंकाओं का समाधान प्रस्तुत किया। अभिभावकों ने महाविद्यालय की व्यवस्थाओं व शिक्षा के प्रति संतोष जताया। बैठक में प्रदीप कोठारी, मोहम्मद अयूब, हरिराम जाट, रामकुमार मंडा, किशन प्रजापत, महावीर सारण, धनराम बाघवानी, नत्थूसिंह सांखला, पन्नालाल शर्मा, जाकिर खां, लीला देवी, जयश्री पांड्या, किरण सांखला, बिस्मिल्लाह बानो, बरजी देवी, जमना देवी, मनीषा, सरिता, मुन्नी देवी, मनफूल देवी, मंजू देवी, मधु नाहटा, ज्योत्सना राठौड़ आदि उपस्थित थे। बैठक का संचालन अभिषेक चारण ने किया।
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