कन्याओं के सर्वागीण विकास के साथ उनके कॅरियर पर पूरा ध्यान दिया जाना आवश्यक- प्रो. त्रिपाठी
लाडनूँ, 27 जुलाई 2020। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय के प्रकाशन ‘‘महिला शिक्षाःबढते कदम’’ का सोमवार को यहां कांफ्रेंस हाॅल में विमोचन किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि महाविद्यालय में बीए, बीकाॅम व बीएससी तीनों संकायों में प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गई है। कोरोना के प्रभाव को देखते हुये आगामी एक अगस्त से सभी कक्षाओं में ऑनलाईन पढाई शुरू कर दी जायेगी। उन्होंने बताया कि विमोचित पुस्तक में महाविद्यालय की समस्त विशेषताओं, गतिविधियों, सुविधाओं आदि का पूर्ण विवरण रंगीन व सचित्र रूप में दिया गया है, जो आकर्षक बन पड़ा है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में यह महाविद्यालय पूरी तरह से महिला शिक्षा को समर्पित है। यहां छात्राओं के लिये पूर्ण शांत व सुरक्षित वातावरण, हरियाली से आच्छादित परिसर, आधुनिक सविधाओं युक्त महिला छात्रावास की व्यवस्था, छात्राओं को लाने व ले जाने के लिये पूर्ण सुरक्षित बसों की सुविधा, परिसर में चिकित्सा सुविधा, आधुनिकतम विज्ञान प्रयोगशालायें, गणित व कम्प्यूटर प्रयोगशालायें, एनसीसी एवं एनएसएस की सुविधा, पर्याप्त मैदान में खेलों की सुविधा एवं इनडोर खेलों की व्यवस्था, स्मार्ट क्लासेज की व्यवस्था, पानी व बिजली की 24 घंटे अबाध आपूर्ति, 24 घंटे वाई-फाई की सुविधा आदि समस्त प्रकार की आवश्यक सुविधायें उपलब्ध हैं। यहां का दक्ष एवं योग्यतावान शिक्षकवर्ग अध्ययन को सुरूचिपूर्ण बना देते हैं। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय में शैक्षणेत्तर गतिविधियों से छात्राओं के सर्वांगीण विकास को संभव बनाया जाता है। यहां उनकी रूचि के अनुकूल विभिन्न कलाओं के विकास के लिये क्लबों का गठन किया गया है, जिनमें साल भर विविध गतिविधियां संचालित की जाती है। इनमें वक्तृत्व कला, लेखन कला, नृत्य कला, चित्रकला,खेलकूद, एकाग्रता व ध्यान आदि विभिन्न हाॅबीज को पनपाने का पूरा अवसर प्रदान किया जाता है। महाविद्यालय में कॅरियर एवं रोजगार के लिये कौशल विकास, निःशुल्क सिलाई-कढाई प्रशिक्षण, ज्ञानकेन्द्र आदि के माध्यम से उनका भविष्य संवारने में पूरा सहयोग किया जाता है। पुस्तक विमोचन के इस अवसर पर डाॅ. प्रगति भटनागर, अभिषेक चारण, कमल कुमार मोदी, डाॅ. बलवीर सिंह चारण, सोमवीर सांगवान, डाॅ. गिरधारीलाल शर्मा, शेर सिंह आदि उपस्थित रहे।