Thursday, 30 April 2020

जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) केे प्रभारियों ने एक दिवसीय आँनलाइन अभिमुखीकरण कार्यक्रम में लिया हिस्सा

राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक लोगों से आदतों में बदलाव लाने, भ्रांतियां दूर करने, अभावग्रस्तों पर ध्यान देने पर जोर दें

लाडनूँ, 30 अप्रेल 2020। प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के राष्ट्रीय सेवा योजना समन्वयक एवं राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय सेवा योजना की एक दिवसीय जूम एप्प के माध्यम से ऑनलाइन अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी, कॉलेज शिक्षा आयुक्त सुरुचि शर्मा, राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक एसपी भटनागर, राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य संपर्क अधिकारी डॉ धर्मेंद्र सिंह एवं अन्य कई अधिकारी एवं कर्मचारी ऑनलाइन उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनो इकाइयों के प्रभारियों डाॅ. प्रगति भटनागर तथा डाॅ. बलबीर सिंह ने भी भाग लिया। इस कार्यक्रम में वर्तमान समय में वैश्विक समस्या के रूप में उभरी कोरोना जैसी महामारी के बचाव एवं इस हेतु कुछ सार्थक प्रयास समाज तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना की भूमिका एवं सहयोग के बिंदुओं पर काफी विचार विमर्श किया गया। डाॅ. प्रगति भटनागर ने बताया कि इस कार्यक्रम में विभिन्न सत्रों के दौरान कोरोना समस्या के रोकथाम में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों की भूमिका पर चिंतन, इस महामारी के कारण समाज में उभरी अनेक समस्याओं जैसे सामाजिक भेदभाव, लोगों का अभावग्रस्त जीवन, लोगों के मन में विभिन्न भ्रांतियां आदि के निराकरण पर बल दिया गया। इसके अलावा स्वयंसेवक एवं स्वयंसेविकाएं समाज में अपनी भूमिका का निर्वाह कर सकते हैं, वे इसके लिये विभिन्न ऑनलाइन ऐप के माध्यम से स्थानीय स्तर पर सरकारी निकायों से जुड़कर अपना योगदान दे सकते हैं तथा स्वयं अपना, अपने परिवार और समाज का बचाव करने में योगदान दे सकते हैं। स्वयंसेवक एवं स्वयंसेविकाएं इस समय अपने परिवार में उत्पन्न होने वाले भयग्रस्त वातावरण एवं मानसिक तनाव को कम करने में योगदान दे सकते हैं। विभिन्न ऑनलाइन ऐप जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि से जुड़कर समाज के लोगों को इस हेतु जागरूक बना सकते हैं। आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड करने तथा अन्य लोगों को भी इसे डाउनलोड करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। स्वयं मास्क का उपयोग करें और अन्य लोगों को भी इस हेतु प्रेरित करें। डाॅ. बलवीर सिंह ने बताया कि आगामी समय में इस महामारी के बचाव हेतु अपने दैनिक जीवनचर्या में एवं अपनी आदतों में बदलाव करना आवश्यक है, इसका संदेश समाज तक पहुंचाना सभी स्वयंसेवकों व स्वयंसेवकिाओं को अपना दायित्व समझना चाहिये। इस महामारी के बारे में प्रचलित विभिन्न अफवाहों एवं गलत धारणा को रोकने का प्रयास करते हुये विभिन्न कोरोना-योद्धाओं के साथ हो रहे दुव्र्यवहार को रोकने में अपना सकारात्मक योगदान प्रदान करना चाहिये। इस दुव्र्यवहार की रोकथाम के लिये व्हाट्सएप और फेसबुक के माध्यम से समाज के लोगों को भी प्रेरित करें। इस अभिमुखीकरण कार्यक्रम में इन सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा होने के साथ ही इसके संदेश को स्वयंसेविकाओं एवं स्वयंसेवकों के माध्यम से समाज में पहुंचाने पर बल दिया गया।

Tuesday, 21 April 2020

जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) ऑनलाईन क्लास में स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को सिखाये अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति के गुर


लाडनूँ, 21 अप्रेल 2020। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के अहिंसा एवं शांति विभाग के छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन अध्ययन करवाया गया। इस ऑनलाईन क्लास के द्वारा स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को संघर्ष निवारण की पारम्परिक तकनीकी, जिसमें वार्ता, समझौता, संधि के अलावा समकालीन संघर्ष निवारण विषय पर विविध चर्चा की गई और आसान सूत्रों के माध्यम से उन्हें समझाया गया। अतिथि व्याख्याता महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी बिहार के डाॅ. जुगल किशोर दाधीच ने इसमें बताया कि इसके साथ ही विद्यार्थियों को दो राष्ट्र्रों के मध्य जब असहमति हो जाती है, तो किस तरह तीसरे राष्ट्र की चयन प्रक्रिया की जाती है, उस तकनीक के उदाहरण भी दिये गये तथा उनके बीच शांति स्थापना के लिए जॉन गोर्टून के पीस बिल्डिंग, पीस मेकिंग एवं पीस कीपिंग सिद्धांतों का भी वर्णन किया गया।

Thursday, 16 April 2020

जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के दूरस्थ शिक्षा की 27 अप्रेल से होने वाली परीक्षायें स्थगित

लाडनूँ, 16 अप्रेल 2020। देश भर में तेजी से फैलते हुये कारोना संक्रमण और विश्वव्यापी महामारी के प्रभाव को देखते हुये किये गये आगामी 3 मई तक लगाये गये देशव्यापी लोकडाउन के कारण जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों की जो परीक्षायें 27 अप्रैल से आयोजित होनी थी, उन्हें आगामी आदेश तक स्थगित कर दिया गया है। दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि परीक्षा के आयोजन सम्बंधी नवीन तिथि के बारे में अलग से सूचना यथासमय जारी कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि एम.ए. योगा के लिये आयोजित की जाने वाली संपर्क व प्रायोगिक कक्षा का कार्यक्रम भी आगामी सूचना तक स्थगित रहेगा, जिसकी तिथि भी तय किये जाने के बाद नई तिथि के बारे में सूचना यथासमय दे दी जाएगी।

Wednesday, 15 April 2020

जैन विश्वभारती सस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में ऑनलाईन पाठ्यक्रमों से करवाया जा रहा है अध्यापन

सभी शिक्षकों को आईसीटी का उपयोग करने की सलाह

लाडनूँ,15 अप्रेल 2020। जैन विश्वभारती सस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) मेंं लम्बे लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुये एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देशानुसार ऑन.लाईन अध्ययन की व्यवस्था शुरू की गई है। कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने बताया कि इस ऑनलाईन पढाई में विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग, योग एवं जीवन विज्ञान विभाग, समाज कार्य विभाग एवं आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में विभिन्न मोबाईल.एप्प के माध्यम से ऑनलाईन क्लासेज प्रारम्भ की गई है, जिनके माध्यम से विद्यार्थी घर बैठे अपना अध्ययन कर पायेंगे। कुलपति प्रो. दूगड़ ने बताया कि विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वे बिना रूकावट के शिक्षण-प्रशिक्षण कार्य आईसीटी के उपयोग से घर से ही प्रभावी रूप से संचालित करें। यूजीसी द्वारा उपलब्ध करवाये गये एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा विकसित किये गये डिजीटल लिंग का भरपूर उपयोग करके अपनी शैक्षणिक क्षमताओं का विकास करें तथा इस लिंग को अपने समस्त शैक्षिक जगत के साथ भी शेयर करें। प्रो. दूगड़ ने मानव संसाधन विकास मंत्री द्वारा प्रारम्भ किेय गये भारत पढे ऑनलाईन अभियान से भी जुडऩे का आह्वान शिक्षकों से की है। कुलपति प्रो. दूगड़ ने विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षकों, अधिकारियों, कार्मिकों एवं विद्यार्थियों से यूजीसी द्वारा जारी एडवाईजरी के अनुसार कोविड.19 से बचाव एवं ऐहतिहाती उपायों के बारे में जानकारी तथा सरकारी दिशा.निर्देशों की जानकारी के साथ स्वयं के स्वास्थ्य सम्बंधी अपडेट रहने के लियेआरोग्य.सेतु एप्प डाउनलोड करने एवं उसका उपयोग करने की सलाह भी दी है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा पहल करते हुये लॉकडाउन के दौरान पैदा होने वाली स्थितियों को लेकर विद्यार्थियों एवं अन्य को किसी प्रकार की घबराहट, परेशानी आदि से निपटने एवं उनका सही मार्गदर्शन करने के लिये प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी, प्रो. बीएल जैन, डाॅ. प्रद्युम्र सिंह शेखावत, कमल कुमार मोदी एवं प्रगति चौरडिय़ा को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है। चप्पा.चप्पा किया सेनिटाईज।
कोरोना महामारी को ध्यान मेंं रखते हुये जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय एवं सम्पूर्ण परिसर को सावधानी रखते हुये सेनिटाईज करवाया गया है। इसके तहत विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन, शैक्षणिक खंड, आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय, केन्द्रीय लाईब्रेरी, स्टाफ के क्वार्टर्स, सभी छात्रावास भवन एवं परिसर में सभी स्थानों को सोउियम हाईपो क्लोराइड का छिड़काव करवाया जाकर सम्पूर्ण परिसर को पूर्ण सेनिटाईज करके सुरक्षित किया गया है।

Friday, 3 April 2020

कोविड-19 व लॉकडाउन से होने वाली मानसिक समस्याओं के निदान के लिये जैविभा विश्वविद्यालय में काउंटर कोविड-19 सेल का गठन

लाडनूूँ। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) द्वारा कोरोना महामारी एवं लॉकडाउन के दौरान उत्पन्न हो रही विभिन्न मानसिक समस्याओं के निदान के लिए विद्यार्थियों, शिक्षकों व शिक्षकेतर कर्मचारियों को परामर्श प्रदान करने के लिये विश्वविद्यालय में एक काउंटर कोविड-19 सेल का गठन किया है। कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ की प्रेरणा से गठित इस सेल में आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य एवं दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी, शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. बी.एल. जैन, योग एवं जीवन विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर प्रो. प्रद्युम्नसिंह शेखावत, आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय के सहायक प्रोफेसर कमल कुमार मोदी, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की सहायक प्रोफेसर प्रगति चोरड़िया एवं सहायक निदेशक पंकज भटनागर की एक छः सदस्यीय समन्वयन एवं परामर्शदात्री समिति का गठन किया गया है। संस्थान द्वारा गठित यह सेल कोविड-19 से उत्पन्न संकटकाल के दौरान संस्थान के नियमित एवं दूरस्थशिक्षा के विद्यार्थियों की मानसिक समस्याओं के निदान के लिए विशेष रूप से सहायक सिद्ध होगी। सेल से किसी भी प्रकार का परामर्श प्राप्त करने के लिये संस्थान द्वारा प्रदत्त सम्पर्क सूत्र- 9785018090, 9414961688, 7230832194 पर बात की जा सकती है अथवा ईमेल के माध्यम से covid.counselling@jvbi.ac.in पर सम्पर्क किया जा सकता है।

Thursday, 2 April 2020

जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के कार्मिकों ने कोरोना संकट में 1.15 लाख की सहायता दी

लाडनूँ, 2 अप्रैल 2020। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के कार्मिकों की तरफ से प्रधानमंत्री राहत कोष में अपना-अपना एक दिन का वेतन प्रदान किया गया है। कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा के समय समस्त नागरिकों के लिये सहयोग का दायित्व बनता है और इसके लिये संस्थान के समस्त कार्मिक सदैव तैयार हैं। देश पर छाये कोरोना (कोविड-19) वायरस के संकट और लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के सभी सदस्यों ने अपने एक दिन का वेतन प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष के लिये प्रदान किया है। संस्थान द्वारा इस एकत्र की गई राशि 1 लाख 15 हजार 140 रुपये का चैक प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में जमा करवाया गया है।