धैर्य के साथ प्रयास करने पर मिलती है सफलता- प्रो. दूगड़
लाडनूँ, 18 अप्रेल 2018। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने कहा कि जीवन में हमेशा धीरज रखना चाहिये। धैर्य खोने से नुकसान उठाना पड़ता है; असफलता आये तो हताश-निराश नहीं होना चाहिये। गुच्छे की आखिरी चाबी भी कई बार ताले को खोल देती है, उसी प्रकार कोई न कोई प्रयास सफलता अवश्य ही दिलवाता है। सदैव प्रयासरत रहना चाहिये और अच्छे बनने का प्रयास करना चाहिये। हर व्यक्ति को अच्छे आदमी की तलाश रहती है। हम भी बाहर अच्छे व्यक्ति को खोजते हैं, लेकिन हमें स्वयं अच्छा बनना चाहिये, ताकि हम किसी की खोज को पूरी कर पायें। स्वयं मिसाल बनें व दूसरों की तलाश को पूरा करें। वे यहां महाप्रज्ञ-महाश्रमण आॅडिटोरियम में आयोजित आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय के मंगलभावना समारोह के रूप में आयोजित विदाई समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने इस अवसर पर छात्राओं को शुभकामनायें देते हुये कहा कि यहां उच्च महिला शिक्षा गुरूदेव तुलसी की देन है। यहां केवल डिग्रियों के लिये ही शिक्षा नहीं दी जाती, बल्कि यहां व्यक्तित्व को तराशने का काम किया जाता है। उन्होंने स्मार्ट क्लासेज, डिजीटल स्टुडियो, केरयिर काउंसलिंग, मार्शल आर्ट प्रशिक्षण, क्लबों द्वारा सहशैक्षणिक गतिविधियों में प्रतिभाओं को दक्ष बनाने आदि की जानकारी भी प्रदान की। अभिषेक चारण ने प्रारम्भ में महाविद्यालय के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी।
इस अवसर पर महाविद्यालय की विभिन्न क्षेत्रों में श्रेष्ठ रही छात्राओं, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के विजेता विद्यार्थियों तथा क्षेत्र के विद्यालयों के प्राचार्यों व प्रधानों का भी सम्मान किया। समारोह में कुलपति प्रो. दूगड़ व प्राचार्य प्रो. त्रिपाठी ने विशिष्ट अतिथियों के रूप में शामिल क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्यों व निदेशकों का सम्मान किया गया, जिनमें लाड मनोहर बाल निकेतन की प्राचार्या कंचनलता शर्मा, सैनिक स्कूल के निदेशक केशाराम हुड्डा, राजकीय केशरदेवी सेठी बालिका विद्यालय की प्राचार्या अलका रानी गुहराय, सुभाष बोस सीनियर सैकेंडरी स्कूल के भंवर लाल मील, विमल विद्या विहार स्कूल की विनीता धर, मौलाना आजाद स्कूल के बहादुर खां मोयल, आदर्श विद्या मंदिर स्कूल के राजूराम पारीक, राजकीय भूतोड़िया बालिका स्कूल की डाॅ. नीता चैहान, संस्कार सीनियर सैकेंडरी स्कूल की डाॅ. सुमन चैधरी, राजकीय जौहरी स्कूल की प्राचार्या रमा देवी, दयानन्द स्कूल के हरेकृष्ण शर्मा, मदनलाल भवंरीदेवी आर्य मैमोरियल स्कूल की कंचनलता आर्य, सत्यम स्कूल के राजकुमार व बापूजी काॅलेज आफ नर्सिंग के ओमप्रकाश गुर्जर शामिल थे। कुलपति प्रो. दूगड़ ने इनके अलावा महाविद्यालय द्वारा आयोजित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया, जिनमें लक्ष्मी भाटी सुजानगढ को पहला पुरस्कार, ज्योति जांगिड़ सुजानगढ को द्वितीय पुरस्कार, दयानन्द स्कूल के नत्थूराम मौर्या को तृतीय पुरस्कार एवं मुरारी रांकावत निम्बी जोधां व मनोज रतावा निम्बी जोधां को प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किया गया। इनके अलावा महाविद्यालय की श्रेष्ठ छात्रा के रूप में ज्योति नागपुरिया को, बेहतरीन एकरिंग के लिये हेमलता शर्मा व दीपिका राजपुरोहित को, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अग्रणी रहने पर किरण बानो को, एनसीसी में उपलब्धि के लिये मानसी बुगालिया को सम्मानित किया गया।
समारोह में छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम का प्रारम्भ गणेश वंदना पर रश्मि व संध्या ने नृत्य के साथ किया गया। सरिता शर्मा ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। गीता प्रजापत के ‘‘घूमर घूमर घूमै......’’ पर किये गये नृत्य को सभी ने सराहा। ज्योति नागपुरिया ने ‘यारा तेरी यारी को मैंने तो खुदा माना.....’ प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में रचना सैनी व अन्य छात्राओं ने योगासनों एवं यौगिक क्रियाओं का शानदार प्रदर्शन किया। छात्राओं ने कठपुतली नृत्य प्रस्तुत करके लोगों को आकर्षित किया। कार्यक्रम में पलक एवं समूह, महिमा प्रजापत एवं समूह, पूजा, रश्मि, राजलक्ष्मी, प्रतिष्ठा कोठारी, पलक सैनी, प्रीति, किरण, प्रिया राजपुरोहित, दीपिका आदि ने भी अपने समूहों के साथ नृत्य एवं अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। इस अवसर पर अंतिम वर्ष की छात्राओं को द्वितीय वर्ष की छात्राओं द्वारा उपहार देकर विदाई दी गई। कार्यक्रम में प्रो. समणी ऋजुप्रज्ञा, डाॅ. समणी मल्लिप्रज्ञा, प्रो. समणी संगीत प्रज्ञा, डाॅ. अमिता जैन, सानिका जैन, प्रगति भटनागर आदि उपस्थित थे।
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