एकता के सूत्र में बांधने वाले थे सरदार वल्लभ भाई पटेल- प्रो.जैन
लाडनूँ, 31 अक्टूबर 2020। जैन विश्व भारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के शिक्षा विभाग में शनिवार को राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दूरस्थ शिक्षा निदेशक प्रो. आनंद प्रकाश त्रिपाठी एवं शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में एकता दौड़ एवं शपथ ग्रहण का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रो. बीएल जैन ने कहा कि भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत को एकता के सूत्र में बांधने वाले व्यक्तित्व के धनी थे। वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूम्बर 1875 को गुजरात के पेटलाद तालुके के करम चंद गांव में हुआ, पिता झवेर भाई पटेल, माता लाड बाई थी। इनका निधन 15 दिसम्बर 1950 को हुआ। देश की एकता, अखंडता के रूप में आज भी इन्हें लौहपुरुष के रूप में माना जाता है। उनके जन्म दिवस को 2014 से एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। स्वाभिमान, कर्त्तव्य परायण, अध्ययनशील, देश सेवा के भाव, किसान हितैषी, स्वतंत्रता के महान सेनानी, देशी रियासतों का वर्गीकरण करने वाले आदि गुणों से पूरित थे। सम्पूर्ण भारत में एकता स्थापित करने वाले महापुरुष थे। अपने 75 वें जन्मदिवस पर उन्होंने सन्देश दिया था- “उत्पादन बढाओ, खर्च घटाओ और अपव्यय बिल्कुल न करो”। एकता दौड़ कार्यक्रम में डॉ. विष्णु कुमार, डॉ. अमिता जैन, डॉ. सरोज राय, डॉ. प्रगति भटनागर डॉ. गिरिराज भोजक, डॉ. आभा सिंह, डॉ. गिरधारी लाल शर्मा, डॉ. ममता सोनी, प्रमोद ओला, ललित, अभिषेक चारण, डॉ. जे.पी.सिंह, श्वेता खटेड, बलबीर, शेरसिंह, अभिषेक शर्मा, प्रगति चोरडिया, डॉ. रविन्द्र राठौड, डॉ. विकास, दीपाराम खोजा, प्रकाश गिरिया, घासीलाल शर्मा आदि संस्थान के सदस्य उपस्थित रहे।
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