विश्वविद्यालय में लम्बे समय से चल रहा है ‘‘नो मास्क नो एंट्री’’ का कायदा
लाडनूँ, 09 अक्टूबर 2020। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) एक ऐसा संस्थान है, जहां राज्य सरकार के जन आन्दोलन ‘‘नो मास्क नो एंट्री’’ की पालना शुरू से ही की जा रही है। हाल ही में जैन विश्व भारती के विस्तृत परिसर में दो समणियों की जांच रिपोर्ट पोजिटीव आने पर कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने बचाव व सावधानी को ध्यान में रखते हुये संस्थान में तीन दिनों का अवकाश की तत्काल ही करवा दी गई। हालांकि समणियों के निवास से संस्थान परिसर बहुत दूरी पर है और यह दूरी निर्धारित मापदंड से अधिक होने के बावजूद सर्तकता बरतने के लिये अवकाश रखा गया है। यही नहीं जब से देश में लाॅकडाउन किया गया है, तब से यहां उसकी पालना पूरी तरह से की जा रही है। लाॅकडाउन के समय समस्त कार्मिकों को घर बैठे पूरा वेतन भुगतान किया गया। इस विश्वविद्यालय में कर्मचारियों की उपस्थिति के लिये थम्ब इम्प्रेशन मशीन को कोरोना से बचाव के दृष्टिगत हटा दिया गया और फेस स्केनर मशीन लगाकर हाजिरी ली जाती है। सभी कर्मचारियों को कपड़े के मास्क भी उपलब्ध करवाये गये हैं। समस्त फर्नीचर एवं जहां-जहां हाथ छुये जाते हैं, उन सबको प्रतिदिन पूर्ण सेनिटाईज किया जाता है। प्रवेश द्वार पर ही हाथ धोने के लिये साबुन-पानी और हाथों को सेनिटाईज करने के लिये पैडल चालित सेनिटाईजर मशीन लगाई गई है। परिसर में किसी भी व्यक्ति को मार्च के बाद से ही बिना मास्क लगाये और बिना सेनिटाईज किये प्रवेश नहीं करवाया जाता है।
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