सबका साथ सबका विकास भावना से कार्य करना आवश्यक- प्रो. जैन
लाडनूँ, 5 अक्टूबर 2018। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के शिक्षा विभाग के तत्वावधान में ‘‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन ने कहा कि सबका साथ सबका विकास की भावना से कार्य करने पर ही देश को श्रेष्ठ बनाया जा सकता है। हम सभी देशवासियों को देश की एकता कायम रखने और उसे महान राष्ट्र के रूप में प्रतिस्थापित करने की दिशा में सदैव सजग रह कर कर्मशील रहना चाहिये। उन्होंने कहा कि जब तक हम केवल अर्जन में विश्वास रखेंगे तब तक देश का चिंतन नहीं कर सकते हैं, इसके लिये विसर्जन की भावना आनी आवश्यक है। आत्म-प्रशंसा की भावना के बजाये हर व्यक्ति को राष्ट्र-सेवा को सर्वोपरि रखना चाहिये। डाॅ. विष्णु कुमार ने महात्मा गांधी का उल्लेख करते हुये कहा कि उनके सिद्धांतों पर चल कर हम अपने देश को श्रेष्ठ भारत के रूप में स्थापित कर सकते हैं। उन्होंने उच्च या निम्न वर्ग की सोच को बदलने और हर नागरिक को एक समान भाव से माने जाने को बल देने की जरूरत बताई। कार्यक्रम में डाॅ. मनीष भटनागर, डाॅ. भाबाग्रही प्रधान, डाॅ. अमिता जैन, डाॅ. सरोज राय, डाॅ. गिरीराज भोजक, डाॅ. आभा सिंह, डाॅ. गिरधारी लाल शर्मा, मुकुल सारस्वत, देवीलाल, दिव्या राठौड़ आदि एवं सभी छात्राध्यापिकायें उपस्थित थी।
No comments:
Post a Comment