साईबर खतरों से बचने के लिये विशेष सतर्कता एवं सुरक्षा उपाय जरूरी- डाॅ. भटनागर
लाडनूँ, 14 दिसम्बर 2020। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देशानुसार ‘साईबर सिक्योरिटी’ विषय पर विशेष जागरूकता के लिये एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। प्राचार्य प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में हुये इस कार्यक्रम में आईटी प्रभारी डाॅ. प्रगति भटनागर ने कहा कि डिजीलाईटेशन के दौर से गुजरते विश्व में वर्तमान में लापरवाही के कारण कभी भी कोई समस्याओं का शिकार हो सकता है। ऑनलाईन लेनेदेन और अन्य उपक्रमों में हमारे व्यक्तिगत डाटा चुराये जाने एवं अन्य तरीकों से आर्थिक नुकसान पहुंचना संभावित है। ऐसे में हमें क्रियाशील रहने के साथ ही सतर्क भी रहना होगा। डाॅ. भटनागर ने कहा कि हमें इस तरह से शिकार बनने से बचने के लिये अनेक सुरक्षात्मक उपायों को अपनाना चाहिये। हमें किसी भी अपरीचित ईमेल को नहीं खोलना चाहिये। अपने कम्प्यूटर एवं मोबाईल को किसी अच्छे एंटीवारस से सुरक्षित रखना चाहिये। सोशल मीडिया पर अपनी कोई भी व्यक्तिगत जानकारी नहीं साझा नहीं करनी चाहिये। मोबाईल में व्हाट्सअप एवं अन्य सोशल साईट्स पर आने वाले लुभावने मैसेज से खुद को बचाना चाहिये। इंटरनेट पर अक्सर प्रलोभनों के जरिये से धोखा और लूट की जा सकती है। उन्होंने अपने व्याख्यान में सरकार द्वारा साईबर क्रईम से सुरक्षा के लिये उठाये गये कदमों के बारे में जानकारी दी तथा सर्टिन को साईबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने उपस्थित सदस्यों द्वारा व्याख्यान के अंत में उठाई गई जिज्ञासाओं का समाधान भी किया। कार्यक्रम का संचालन सोमवीर सांगवान ने किया और अंत में विनोद कुमार सैनीने आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर कमल कुमार मोदी, डाॅ. बलवीर चारण, अभिषेक चारण, अभिषेक शर्मा, श्वेता खटेड़ आदि संकाय सदस्य उपस्थित रहे।
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