शिक्षा जीवन को सम्पूर्ण बनाती है- प्रो. भट्टाचार्य
लाडनूँ 14 मार्च 2018। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के शिक्षा विभाग में प्रसार भाषण माला के अन्तर्गत आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये शांति-निकेतन विश्वविद्यालय पश्चिम बंगाल के संस्कृत-प्रकृत भाषा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. जगतराम भट्टाचार्य ने शिक्षक समाज के लिये अपना विशेष उत्तरदायित्व निर्वहन करता है। मनुष्य का आचरण शिक्षा का ही परिणाम होता है। शिक्षा व्यावहारिक होनी चाहिये तथा यह जीवन में उतारने का विषय है। शिक्षा व्यक्ति को देवत्व के मार्ग पर ओर ले जाने का सशक्त माध्यम होती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा सापेक्ष विषय है और एक अच्छा विद्यार्थी ही अच्छा शिक्षक बन सकता है। आध्यात्मिक शिक्षा ही मनुष्य की उन्नति का सही मार्ग है। इसे अपने जीवन में सर्वोच्च स्थान देना चाहिये। यह मनुष्य के जीवन को सम्पूर्ण बनाती है। कार्यक्रम का प्रारम्भ सरस्वती पूजन से किया गया। प्रो. भट्टाचार्य का परिचय विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन ने प्रस्तुत किया। अंत में डाॅ. सरोज राॅय ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में छात्राध्यापिकायें एवं संकाय सदस्य उपस्थित थे।
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