दिनांक: 12 जनवरी 2018
जैन विश्वभारती संस्थान के शिक्षा विभाग के तत्वावधान में स्वामी विवेकानन्द की 153वीं वर्षगांठ का आयोजन राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप मं मनाया गया। आयोजना में विभागाध्यक्ष प्रो. बी.एल. जैन ने कहा कि हमें जीवन में आत्मविश्वास बनाये रखते हुए आगे बढ़ना चाहिए, भयभित नहीं होना चाहिए बल्कि भय का सामना करना चाहिए। साहस, शील, ईमानदारी, परिश्रम, कत्र्तव्यनिष्ठा, गरीबों की सेवा आदि गुणों को अपनाकर अच्छे कार्य करते रहना चाहिए। कठिनाईयों से घबराना नहीं चाहिए बल्कि विकट परिस्थिति में भी सामना करते हुए आगे विकसित होना चाहिए वहीं इस अवसर पर डाॅ अमिता जैन ने संयोजन करते हुए कहा कि स्वामीजी के जीवन से हमें शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए। स्वामीजी ने ‘‘उठो जागो और तब तक मत रूको, जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाये।’’ उनके इस वाक्य को ध्यान में रखते हुए लक्ष्य प्राप्त करना चाहिए। युवा हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहे हैं उनके प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानन्द भी है। बी.एससी-बी.एड की छात्रा अनुप्रिया ने स्वामी विवेकानन्द की जीवनी पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में डाॅ मनीष भटनागर, डाॅ बी. प्रधान, डाॅ विष्णु कुमार, डाॅ सरोज राय, डाॅ गिरिराज भोजक, डाॅ आभा सिंह, डाॅ गिरधारी लाल शर्मा, डाॅ ममता सोनी एवं मुकेश भी उपस्थित रहे।
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