Friday, 29 January 2021

जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में शहीद दिवस पर किया गांधी को याद

 

अहिंसा के प्रतीक गांधी की शिक्षाओं में सभी समस्याओं का हल- डाॅ. लिपि

लाडनूँ, 30 जनवरी 2021। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के अहिंसा एवं शांति विभाग के अन्तर्गत महात्मा गांधी की पुण्यतिथि शहीद दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाकर राष्ट्रपिता के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में डाॅ. लिपि जैन ने महात्मा गांधी को आधनिक युग में अहिंसा के प्रतीक के रूप में चित्रित करते हुए उनके द्वारा प्रतिपादित शिक्षाओं को वर्तमान की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए महत्वपूर्ण बताया। विभागाध्यक्ष प्रो. अनिल धर ने गांधीमार्ग की विशेषताओं को रेखांकित करते हुये वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में उसका महत्व बताया तथा कहा कि इच्छाओं के अल्पीकरण एवं सरलीकरण से मानव समाज की विभिन्न समस्याओं का समाधान संभव है। डाॅ. रविन्द्रसिंह राठौड़ ने वैश्विक परिपेक्ष्य में सामाजिक समरसता के लिए गांधी के अहिंसा सिद्धांत और व्यवहार को उपयोगी बताया। डाॅ. बलवीर सिंह ने गांधी की प्रासंगिकता का भारतीय परिप्रेक्ष्य में उल्लेख किया। डाॅ. विकास शर्मा ने भारतीय स्वतंत्रका के आंदोलन में महात्मा गांधी और उनके सिद्धांतों की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में मोनिका भाटी व कोमल तुनवाल ने भी अपने विचार रखे व गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। अंत में प्रेरण जैन ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन शोधार्थी राखी प्रजापत ने किया।

No comments:

Post a Comment